Tag: पिता के ऋणों को चुकाने का पुत्र का पुनीत कर्त्तव्य है । इस प्रख्यात सिद्धान्त की “ उत्पत्ति स्मृतियों से हुई है ।
‘पुनीत कर्त्तव्य पद’ को लीडिंग केस की सहायता से समझाइये
‘पुनीत कर्त्तव्य पद’ को लीडिंग केस की सहायता से समझाइये तथा यह भी लिखिए कि पुत्र द्वारा पिता के ऋणों को चुकाने के लिये संयुक्त पारिवार की सम्पत्ति को निःशेषित
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