डिजिटल मार्केटिंग क्या है? प्रकार, उदाहरण और लाभ

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डिजिटल मार्केटिंग क्या है? प्रकार, उदाहरण और लाभ

अब सभी कंपनियां अपने प्रोडक्ट को डिजिटल मार्केटिंग की मदद से ऑनलाइन मार्केटिंग करा रही है। जिमसे बहुत ही कम समय और कम लगत के साथ अच्छा मुनाफा हो जाता है। अगर हम आज से कुछ समय पहले की बात करें तो सभी कम्पनिया अपने प्रोडक्ट के विज्ञापन टीवी पर दिखते थे। जिससे की ज्यादा से ज्यादा लोग उनके प्रोडक्ट को पहचान कर खरीद सके।

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हालाँकि पुराने समय में कुछ विज्ञापन ऐसे भी होते थे, जो की सिर्फ बच्चो के प्रोडक्ट बेचने के लिए बनाये जाते थे, लेकिन वह सबको देखने पढ़ते थे। लेकिन अगर वर्तमान में आपको अपनी कम्पनी को बढ़ाना है, और एक अच्छा टर्न ओवर लेना है, तो Digital Marketing सबसे अच्छा तरीका है।

इसके द्वारा आप अपने उत्पादों को टारगेट लोगो तक पंहुचा सकते है। अगर आपका प्रोडक्ट केवल महिलाओ के लिए बना है, तो आप उन्हें सिर्फ महिलाओ को ही दिखा सकेंगे। जिससे की आपके विज्ञापन की एक्स्ट्रा कॉस्ट कम हो जाएगी।

इन सभी बातो को ध्यान में रखते हुए, डिजिटल मार्केटिंग की पूरी जानकारी आपके साथ साझा करने जा रहे हैं। जिसमे आपको शुरू से लेकर इसके अंत तक की सभी जानकारी दी जाएँगी। इसके फायदे क्या होते है,

यह कितने प्रकार की होती है, और डिजिटल मार्केटिंग कोर्स क्या है? और भी बहुत कुछ। मुझे पूरी उम्मीद है, अगर आप इस लेख को पूरा पढ़ते है, तो आपको किसी और लेख पर जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी।

तो चलिए जल्दी से शुरू करते है, डिजिटल मार्केटिंग क्या है, और इसका बिज़नेस में क्या लाभ है। आइये जानते डिजिटल मार्केटिंग के बारे में (Digital Marketing in Hindi Step by Step) सभी महत्वपूर्ण जानकारियां विस्तार से – 

डिजिटल मार्केटिंग क्या है ?

डिजिटल माध्यम से अपने उत्पाद को ग्राहकों तक पहुंचाने की प्रक्रिया को डिजिटल मार्केटिंग कहते हैं। यह एक तरह की डिजिटल रणनीति है, जो इंटरनेट के माध्यम से की जाती है। जिसे इंटरनेट मार्केटिंग भी कहते हैं। डिजिटल मार्केटिंग के माध्यम से अपनी सेवाओं या उत्पादों को ऐसे सभी ग्राहकों को दिखाया जा सकता है जो अपने मोबाइल, कंप्यूटर, लैपटॉप में इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं।

डिजिटल मार्केटिंग की शुरुआत सबसे पहले 1971 में हुई थी। इंटरनेट मार्केटिंग के लिए सबसे पहले ईमेल भेजने वाले रे टॉमलिंसन थे। हालांकि, उस समय भारत में कोई भी इस तकनीक को नहीं जानता था। लेकिन 1990 के दशक में डिजिटल मार्केटिंग पूरी दुनिया में क्रांति की तरह फेल हो गई। इसे नई तकनीकों से जोड़ा गया।

कई सर्च इंजन बनाए गए। इसके अलावा कई ऑनलाइन डिस्क का स्टोरेज भी बढ़ाया गया, जिसकी मदद से आज हम अपना बहुत सारा डेटा ऑनलाइन सेव कर पाते हैं। डिजिटल मार्केटिंग इंटरनेट से जुड़ी हुई है, इसलिए इसे इंटरनेट मार्केटिंग भी कहते हैं। इसके जरिए कंपनियां अपने उत्पाद की जानकारी नए ग्राहकों तक कम समय में पहुंचाती हैं।

डिजिटल मार्केटिंग का सबसे बड़ा महत्व यह है कि इसके जरिए आप ग्राहकों की सभी गतिविधियों पर नजर रख सकते हैं। अगर किसी ग्राहक को आपका उत्पाद पसंद आता है, लेकिन वह उसे खरीद नहीं पाता है, तो इसकी मदद से उसी ग्राहक को कई दिनों तक विज्ञापन दिखाए जा सकते हैं।

यह डिजिटल मार्केटिंग का एक हिस्सा है, जिसे रीमार्केटिंग कहते हैं। इसके अलावा ग्राहक को कई नोटिफिकेशन के ज़रिए भी आपके उत्पादों के बारे में जानकारी दी जा सकती है, जिसमें सबसे अच्छी कीमत या कोई खास छूट आदि शामिल है।

आज के कारोबार में डिजिटल मार्केटिंग का महत्व

अगर आप आज के समय में कोई भी व्यवसाय शुरू करना चाहते हैं, तो इसके लिए आपको डिजिटल मार्केटिंग रणनीति बनानी होगी। क्योंकि आप डिजिटल मार्केटिंग के ज़रिए आसानी से अपने ग्राहकों को टारगेट कर सकते हैं। आइए जानते हैं डिजिटल मार्केटिंग से जुड़े कुछ ऐसे पॉइंट जिनकी मदद से आपका व्यवसाय बढ़ सकता है:

विस्तार से पहुंच (Global Reach):

डिजिटल मार्केटिंग की मदद से आप अपने उत्पाद को दुनिया के किसी भी देश या किसी भी शहर में बेच सकते हैं। आप इंटरनेट का इस्तेमाल करके अपने ग्राहकों को बहुत आसानी से टारगेट कर सकते हैं।

रिटेल संबंध:

आप ऑनलाइन बिक्री, ई-कॉमर्स और सोशल मीडिया के ज़रिए अपनी सेवाओं और उत्पादों को सीधे अपने ग्राहकों तक आसानी से पहुंचा सकते हैं, जिससे आपके व्यवसाय और ग्राहकों के बीच एक मज़बूत रिश्ता बनता है।

डिजिटल मार्केटिंग चैनल :

डिजिटल मार्केटिंग के ज़रिए आप अपने डिजिटल मार्केटिंग चैनल का विस्तार कर सकते हैं, जिसके ज़रिए आप बाद में अपने उत्पाद से जुड़ी जानकारी अपने ग्राहकों तक पहुँचा सकते हैं। जो लोग डिजिटल मार्केटिंग चैनल के बारे में नहीं जानते, उन्हें बता दें कि ईमेल, सोशल मीडिया, सर्च इंजन आदि डिजिटल चैनल हैं।

मापनीय परिणाम:

आप डिजिटल मार्केटिंग के ज़रिए मिलने वाले सभी नतीजों को आसानी से ट्रैक कर सकते हैं। यहाँ आप सभी तरह के कन्वर्ज़न देख सकते हैं। उदाहरण के लिए, आपने Google Ads में 1000 रुपये निवेश किए, उसके बाद आप यह पता लगा सकते हैं कि आपको उस विज्ञापन से कितनी लीड मिलीं, आपको किस जगह से कितने लोगों ने कॉल किया और आपको एक कॉल के लिए कितना भुगतान करना पड़ा।

कॉस्ट एफ्फेक्टिव :

डिजिटल मार्केटिंग के ज़रिए आप अपने ग्राहकों से आसानी से बात कर सकते हैं। आप अपने व्यवसाय को सर्च इंजन में रैंक कर सकते हैं और अपने सामान को लक्षित ग्राहकों को बेच सकते हैं। और यह बहुत कम लागत पर किया जा सकता है। जिसके कारण हमें डिजिटल मार्केटिंग लागत प्रभावी लगती है।

Customer Analytics :

डिजिटल मार्केटिंग में आपको कई ऐसे टूल मिलते हैं, जिनकी मदद से आप अपने ग्राहकों का विश्लेषण कर सकते हैं। जिससे आपको यह समझना बहुत आसान हो जाता है कि आपके ग्राहक किस तरह का उत्पाद चाहते हैं। क्योंकि यहाँ कई ऐसे टूल भी हैं, जो ग्राहकों द्वारा सर्च किए गए सभी कीवर्ड दिखाते हैं।

डिजिटल मार्केटिंग क्यों ज़रूरी है ?

आज के समय में यह कहने की ज़रूरत नहीं है कि डिजिटल मार्केटिंग क्यों ज़रूरी है। क्योंकि आज के समय में ऑफलाइन मार्केटिंग लगभग बंद होने की कगार पर है। इसके अलावा अगर हमें किसी दूसरे देश में अपनी सर्विस देनी है, तो इसके लिए हमें डिजिटल मार्केटिंग की मदद लेनी पड़ती है।

इसके अलावा यहाँ हमें एडवांस मार्केटिंग स्ट्रैटेजी भी मिलती है। जिसकी वजह से यहाँ हम कम पैसे में ज़्यादा ग्राहकों तक अपना उत्पाद पहुँचा सकते हैं। आइए जानते हैं डिजिटल मार्केटिंग क्यों ज़रूरी है:

आज हर कोई फ़ोन और लैपटॉप का इस्तेमाल करता है, जिसकी वजह से हम अपने मोबाइल में ही अपने उत्पादों के विज्ञापन दिखा सकते हैं, और हमें कहीं जाने की ज़रूरत नहीं है।

अगर आप घर बैठे अपना उत्पाद बेचना चाहते हैं, तो इसके लिए आपको डिजिटल मार्केटिंग की ज़रूरत होगी। क्योंकि इंटरनेट पर कई ई-कॉमर्स प्लेटफ़ॉर्म हैं, जहाँ आप डिजिटल मार्केटिंग की मदद से अपने उत्पाद को लिस्ट करके बेच सकते हैं।

इसकी मदद से आपको टारगेट ऑडियंस मिलती है।

इसकी मदद से आप घर बैठे किसी भी तरह का प्रोडक्ट बेच सकते हैं।

डिजिटल मार्केटिंग के जरिए आप अपने बिजनेस को पूरी दुनिया में बढ़ा सकते हैं।

अगर आप डिजिटल मार्केटिंग का कोर्स करना चाहते हैं, या अपने बिजनेस को ऑनलाइन लाना चाहते हैं, तो आप www.oflox.com की वेबसाइट पर जाकर उनसे संपर्क कर सकते हैं। यह देहरादून की सबसे अच्छी कंपनी है, देहरादून की सबसे अच्छी डिजिटल मार्केटिंग कंपनी

 

डिजिटल मार्केटिंग की सफलता के उदाहरण

डिजिटल मार्केटिंग के कई उदाहरण हैं, जिन्हें देखकर आप आसानी से समझ जाएंगे कि कैसे इन कंपनियों ने कम समय में बहुत आसानी से अपना कारोबार बढ़ाया है। आइए जानते हैं कुछ ऐसी कंपनियों के बारे में जिन्होंने डिजिटल मार्केटिंग की मदद से अपना पूरा कारोबार बढ़ाया है:

गूगल (Google):

गूगल के बारे में शायद आपको बताने की जरूरत नहीं है। क्योंकि गूगल अपने आप में एक बहुत बड़ी कंपनी है। जिसने शुरुआती दिनों में खुद को बहुत ही डिजिटल तरीके से आगे बढ़ाया और आज यह डिजिटल मार्केटिंग कंपनियों की सफलता में सबसे आगे है।

अमेज़न (Amazon):

आज पूरी दुनिया अमेज़न के बारे में जानती है, आपको बता दें कि अमेज़न की शुरुआत भारत में जून 2013 में हुई थी। जिसने अपने सभी विज्ञापनों को डिजिटल मार्केटिंग की मदद से प्रमोट किया है। इसके अलावा आज भी हम यहां जितने भी प्रोडक्ट देखते हैं, जो सर्च इंजन में आते हैं, या यूट्यूब वीडियो देखते समय देखते हैं, ये सभी काम डिजिटल मार्केटिंग के जरिए ही होते हैं।

फेसबुक (Facebook):

फेसबुक शुरुआत में एक साधारण एप्लीकेशन था। लेकिन आज यह एक एडवांस एडवरटाइजिंग प्लेटफॉर्म के रूप में हमारे सामने है। फेसबुक आज भी अपने ऐप का प्रचार करता है, फेसबुक ने डिजिटल मार्केटिंग तकनीक का सही इस्तेमाल करके भारत को टारगेट किया है और आज फेसबुक के भारत में सबसे ज़्यादा यूजर हैं।

डोमिनोज पिज़्ज़ा (Domino’s Pizza):

डोमिनोज़ पिज़्ज़ा ज़्यादातर डिजिटल तरीके से काम करता है। यहाँ ऑनलाइन ऑर्डर से लेकर वेबसाइट मोबाइल एप्लीकेशन तक, सब कुछ डिजिटल तरीके से इस्तेमाल किया जाता है और आज डोमिनोज़ पिज़्ज़ा एक बहुत बड़ी पिज़्ज़ा कंपनी है।

ओला (Ola):

ओला ने भारत में अपनी टैक्सी सर्विस के लिए डिजिटल मार्केटिंग का सबसे ज़्यादा इस्तेमाल किया है। जिसकी मदद से आप आसानी से टैक्सी बुक कर सकते हैं।

जोमाटो (Zomato):

ज़ोमैटो भी डिजिटल मार्केटिंग के ज़रिए सफ़लता का जीता जागता उदाहरण है। जो आज के समय में सबसे ज़्यादा विज्ञापन करता है। मुझे उम्मीद है कि ऊपर दी गई सभी कंपनियों की सफ़लता की कहानियों को पढ़कर आप समझ गए होंगे कि आज के समय में डिजिटल मार्केटिंग हमारे बिज़नेस के लिए कितनी ज़रूरी है।

डिजिटल मार्केटिंग के फ़ायदे

अभी तक हमने डिजिटल मार्केटिंग के बारे में बेसिक जानकारी सीखी है, अब जानते हैं कि बिज़नेस के लिए डिजिटल मार्केटिंग के क्या फ़ायदे हैं।

1. ग्राहकों की संख्या और वफ़ादारी बढ़ाएँ

जब भी हम कोई नई दुकान या नई कंपनी खोलते हैं, तो शुरुआती दिनों में ग्राहकों को लाना थोड़ा मुश्किल होता है. अगर ग्राहक आते भी हैं, तो एक बार सामान खरीदने के बाद दोबारा नहीं आना चाहते. अगर आप अपने ग्राहक को अपने प्रति वफ़ादार बनाए रखना चाहते हैं, तो डिजिटल मार्केटिंग से बेहतर कोई विकल्प आपको नहीं मिल सकता.

इसके ज़रिए आप अपने पास आने वाले पहले ग्राहक को सोशल मीडिया या जीमेल के ज़रिए उसके घर पर उत्पाद की छूट या किफ़ायती कीमतों की जानकारी भेज सकते हैं. ताकि वह आपके प्रति वफ़ादार बना रहे. इसके अलावा आप सोशल मीडिया के ज़रिए दूसरे लोगों को अपने विज्ञापन भी दिखा सकते हैं.

2. ग्राहक को हर समय अपने उत्पाद से जुड़ी जानकारी दें

डिजिटल मार्केटिंग से पहले लोग अपने उत्पाद से जुड़ी जानकारी अपने ग्राहकों को नहीं दे पाते थे. जिसकी वजह से उन्हें बहुत सारे ग्राहक खोने पड़ते थे. लेकिन आजकल डिजिटल या इंटरनेट मार्केटिंग के ज़रिए अपने उत्पाद से जुड़ी जानकारी ग्राहकों तक पहुँचाई जा सकती है.

पहले लोग टीवी पर किसी भी उत्पाद का विज्ञापन देखकर स्टोर पर जाकर उत्पाद खरीद लेते थे. लेकिन वर्तमान में कई कंपनियां ग्राहकों को ट्रैक करके उन्हें सस्ते दामों पर अच्छे उत्पाद उपलब्ध कराती हैं।

अगर आपका कोई स्टोर है तो आपको समय-समय पर सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर उसका विज्ञापन करते रहना चाहिए। ताकि लोग आपके उत्पाद से जुड़े रहें।

3. लक्षित दर्शकों तक जानकारी पहुंचाना

डिजिटल मार्केटिंग के जरिए आप लक्षित दर्शकों तक जानकारी पहुंचा सकते हैं। मान लीजिए आपका उत्पाद 40 साल से ज़्यादा उम्र के लोगों के लिए है, तो आप अपना उत्पाद सिर्फ़ उन्हीं लोगों को दिखा सकते हैं। जिनकी उम्र 40 साल या उससे ज़्यादा है। इससे विज्ञापन में आपका पैसा भी बचता है।

4. दुनिया के किसी भी हिस्से में अपना उत्पाद दिखाना

डिजिटल मार्केटिंग की मदद से आप दुनिया के किसी भी हिस्से में अपना उत्पाद दिखा सकते हैं। अगर आपका कोई स्थानीय व्यवसाय है, तो आप अपने क्षेत्र में भी अपने व्यवसाय का विज्ञापन दिखा सकते हैं। इसके अलावा, डिजिटल मार्केटिंग के कई फ़ायदे हैं।

डिजिटल मार्केटिंग के प्रकार

आमतौर पर डिजिटल मार्केटिंग के सात प्रकार होते हैं, जिनमें कंटेंट मार्केटिंग, सर्च इंजन ऑप्टिमाइज़ेशन, पे-पर-क्लिक (पीपीसी), मोबाइल मार्केटिंग, मार्केटिंग एनालिटिक्स, सोशल मीडिया मार्केटिंग और ईमेल मार्केटिंग शामिल हैं। आइए इन सभी पर विस्तार से नज़र डालते हैं।

1. Content Marketing

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कंटेंट मार्केटिंग ब्रांड वैल्यू बढ़ाने के लिए की जाती है। ताकि ग्राहक उत्पाद के बारे में सभी जानकारी अच्छी तरह समझ सके। अगर आपका कंटेंट कस्टमर को वैल्यू देता है तो इस बात के चांस ज्यादा होते हैं कि वह आपका प्रोडक्ट खरीदेगा।

जब भी आप अपने किसी भी प्रोडक्ट के लिए कंटेंट लिखें तो हमेशा प्रोडक्ट की सच्चाई और उसके बारे में पूरी जानकारी दें, इससे आपके कस्टमर का भरोसा बढ़ता है।

कंटेंट मार्केटिंग में तीन तरह के कंटेंट होते हैं- राइटिंग, ऑडियो और वीडियो। वीडियो कंटेंट को प्रमोट करने का सबसे अच्छा प्लेटफॉर्म यूट्यूब है, कुछ लोग इस तरह के कंटेंट को यूट्यूब मार्केटिंग भी कहते हैं।

2. Search Engine Optimization (SEO)

search Engine Optimization (SEO)

सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन (SEO) का इस्तेमाल आपके प्रोडक्ट को गूगल में रैंक करने के लिए किया जाता है। अगर आपकी वेबसाइट का SEO परफेक्ट है तो आपकी वेबसाइट का ट्रैफिक बढ़ेगा। जिससे आपका बिजनेस बढ़ता है। सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन हमारे बिजनेस के लिए कैसे काम करता है? अच्छा SEO करने के लिए हमें किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?

Keyword Targeting

सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन के लिए सबसे पहले आपको अपने प्रोडक्ट से जुड़े कीवर्ड ढूंढने होंगे, इसके बाद इन सभी कीवर्ड को कंटेंट में इस तरह से डालना होगा कि कोई स्टफिंग न हो। एक हाई-क्वालिटी कंटेंट वह होता है जो पूरी तरह से ऑप्टिमाइज्ड हो। Google के सर्च इंजन में वेब पेज को रैंक करने के लिए हेडर के पहले पैराग्राफ में कीवर्ड डालना बहुत जरूरी है। इससे आपका पेज रैंकिंग के लिए बेहतर बनता है।

Link Structure 

लिंक स्ट्रक्चर का मतलब है अपनी वेबसाइट का लिंक या URL इस तरह बनाना कि Google के सर्च इंजन के लिए उसे “क्रॉल” करना आसान हो। वेबसाइट का URL बनाते समय आपको कुछ बातों का खास ख्याल रखना चाहिए, कि URL के अंदर स्पेशल कैरेक्टर नहीं डालने चाहिए।

आपको अपने कीवर्ड के हिसाब से URL बनाना चाहिए, ताकि साइट क्रॉलर उसे आसानी से समझ सके। URL को क्रॉल करने का सबसे अच्छा तरीका है कि आप अपनी वेबसाइट या ब्लॉग के अंदर साइटमैप का इस्तेमाल करें। अपने वेब पेज की इंटरनल लिंकिंग करना न भूलें।

3. Pay-Per-Click (PPC) 

Pay-Per-Click (PPC)

 Pay-Per-Click (PPC) के जरिए आप पैसे देकर अपने वेब पेज या बिजनेस को प्रमोट कर सकते हैं, यह डिजिटल मार्केटिंग का पेड तरीका है। जब भी आप इसके जरिए पेमेंट करेंगे, तो यह आपके बिजनेस को प्रमोट करेगा।

 Pay-Per-Click (PPC) भी Google या दूसरे सर्च इंजन पर SEO की तरह काम करता है। जो ऑनलाइन व्यापार को बढ़ाने में बहुत सहायक है।

जब हम यूट्यूब पर वीडियो देखते समय बीच-बीच में विज्ञापन देखते हैं, तो ये विज्ञापन Pay-Per-Click (पीपीसी) के द्वारा चलाए जाते हैं। इसके अलावा, इसे सर्च इंजन और मोबाइल एप्लीकेशन में भी चलाया जाता है। Pay-Per-Click (पीपीसी) मॉडल आपके व्यापार पर निर्भर करता है,

यह किस प्रकार का है, कुछ कंपनियों को लगभग 100 डॉलर में भी (पीपीसी) के माध्यम से अच्छे परिणाम मिल जाते हैं, लेकिन कुछ बड़ी कंपनियों को जिनका कॉम्पिटिशन अधिक है, उन्हें यह बजट बढ़ाना पड़ता है। इसके कई अलग-अलग मॉडल हैं।

4. Mobile Marketing

Mobile Marketing

मोबाइल मार्केटिंग डिजिटल मार्केटिंग का एक बड़ा हिस्सा है। जिसके माध्यम से स्मार्ट फोन और टैबलेट का उपयोग करने वाले उपभोक्ताओं तक उत्पाद की जानकारी पहुंचाई जाती है। मोबाइल मार्केटिंग के माध्यम से कई तरह से विज्ञापन चलाए जाते हैं, जिसमें लोगों को सोशल मीडिया, मोबाइल एप्लीकेशन, वेबसाइट या टेक्स्ट मैसेज के माध्यम से जानकारी दी जाती है।

मोबाइल मार्केटिंग का सबसे बड़ा फायदा यह है कि इससे उन लोगों को टारगेट किया जा सकता है जो एंड्रॉयड फोन से दूर रहते हैं, जिन लोगों के पास स्मार्ट फोन नहीं है, उन्हें टेक्स्ट मैसेज के माध्यम से उत्पाद के बारे में जानकारी दी जा सकती है। ज्यादातर बड़ी कंपनियां टेक्स्ट मैसेज का ही इस्तेमाल करती हैं।

5. Marketing Analytics

Marketing Analytics

मार्केटिंग एनालिटिक्स डिजिटल मार्केटिंग का एक अहम हिस्सा है, जिसमें ग्राहकों की गतिविधियों को ट्रैक करना और ग्राहकों की ज़रूरतों को पहचानना शामिल है। मार्केटिंग एनालिटिक्स के ज़रिए आप अपने व्यवसाय को लगातार बढ़ा सकते हैं। अगर मार्केटिंग एनालिटिक्स की बात करें तो एक मार्केटिंग एनालिटिक्स एग्जीक्यूटिव की सैलरी कई दूसरे एग्जीक्यूटिव से ज़्यादा होती है।

इसके ज़रिए आप यह भी पता लगा सकते हैं कि आपकी व्यावसायिक वेबसाइट के किस वेब पेज पर कितनी गतिविधि हो रही है, हालाँकि एनालिटिक्स SEO का सिर्फ़ एक पॉइंट है। लेकिन Google Analytics का डेटा हमारे लिए सबसे ज़्यादा महत्वपूर्ण है, क्योंकि इसके ज़रिए हम यह पता लगा सकते हैं कि यूजर किस उत्पाद में दिलचस्पी रखता है। और इस तरह हम उस पेज पर उत्पाद से जुड़े डिस्काउंट या कूपन दे सकते हैं, जिससे हमारे उत्पाद की बिक्री बढ़ती है।

6. Email Marketing

सोशल मीडिया, कंटेंट मार्केटिंग और दूसरी इंटरनेट मार्केटिंग की तरह ही ईमेल मार्केटिंग भी है। जो व्यवसाय को बढ़ाने का सबसे उपयोगी और कारगर तरीका है। ईमेल मार्केटिंग करने के लिए सबसे ज़रूरी है सटीक डेटा होना।

ईमेल मार्केटिंग कैंपेन चलाने के लिए आकर्षक ईमेल कैंपेन होना बहुत ज़रूरी है, जिसमें उत्पाद से जुड़ी सारी जानकारी होनी चाहिए। ताकि ग्राहक प्रोडक्ट खरीदने में रूचि ले। ईमेल मार्केटिंग का इस्तेमाल ज्यादातर एफिलिएट मार्केटिंग के लिए किया जाता है।

7. Affiliate Marketing

Affiliate Marketing

एफिलिएट मार्केटिंग डिजिटल मार्केटिंग का ही एक हिस्सा है, या हम इसे इंटरनेट मार्केटिंग भी कह सकते हैं। यह किसी प्रोडक्ट को बेचने की एक रणनीति है। जिसमें कंपनी के मालिक द्वारा कुछ प्रोडक्ट दूसरे लोगों को उपलब्ध कराए जाते हैं, जिन्हें वो लोग बेचकर अपना कमीशन प्राप्त करते हैं।

अगर हम सीधे तौर पर बात करें तो एफिलिएट मार्केटिंग का मतलब है किसी भी प्रोडक्ट को सोशल मीडिया, वेबसाइट या किसी ब्लॉग पर शेयर करके बेचना। एफिलिएट मार्केटिंग इनकम का एक अच्छा जरिया है, कंपनी समय-समय पर कमीशन में बदलाव भी करती रहती है।

कुछ प्रोडक्ट ऐसे भी होते हैं जिन पर आपको प्रोडक्ट की कीमत का 5% से लेकर 50% तक मिलता है। यह मार्केटिंग रणनीति आपको अच्छी इनकम दे सकती है। आपको एक बार एफिलिएट मार्केटिंग क्या है इसके बारे में जरूर पढ़ना चाहिए।

What Is Content Marketing in Digital Marketing in Hindi

अगर आप एक बिगनर डिजिटल मार्केटर हैं, तो शायद आपको अभी बहुत कुछ सीखने की जरूरत है। यहां एक सवाल यह भी आता है कि डिजिटल मार्केटिंग में कंटेंट मार्केटिंग क्या है? तो आपको बता दें कि डिजिटल मार्केटिंग सीखने के बाद आपके लिए कंटेंट मार्केटिंग सीखना बहुत जरूरी है। वैसे तो कंटेंट मार्केटिंग भी डिजिटल मार्केटिंग का ही एक हिस्सा है।

लेकिन इसे सीखने के लिए आपको अपनी नई सोच की जरूरत होती है। कंटेंट मार्केटिंग और डिजिटल मार्केटिंग के साथ अगर आप क्रिएटिव आइडिया के साथ अच्छा कंटेंट बनाते हैं तो इससे आपके बिजनेस को रीच मिलती है, इसके अलावा आपके बिजनेस की बिक्री और ब्रांडिंग दोनों बढ़ती है।

डिजिटल मार्केटिंग कोर्स कैसे करें

डिजिटल मार्केटिंग क्या है? इसके बारे में तो हम पहले ही जान चुके हैं। लेकिन अब थोड़ा डिजिटल मार्केटिंग कोर्स कैसे करें इसके बारे में भी जान लेते हैं। हालांकि यह एक बड़ा विषय है, जिसे इस पोस्ट में कवर करना मुश्किल है। इसके लिए आप यह पोस्ट डिजिटल मार्केटिंग कोर्स क्या है पढ़ सकते हैं।

डिजिटल मार्केटिंग कोर्स फ्री और पेड दोनों तरह के होते हैं। यह आप पर निर्भर करता है कि आप कौन सा कोर्स करना चाहते हैं। अगर आपके पास पहले से ही डिजिटल मार्केटिंग का अनुभव है और आप सिर्फ सर्टिफिकेट लेना चाहते हैं तो आपके लिए फ्री डिजिटल मार्केटिंग कोर्स करना सही रहेगा।

लेकिन अगर आप एक बिगनर डिजिटल मार्केटर हैं जो इस फील्ड में अपना करियर बनाना चाहते हैं तो आपको एक अच्छा इंस्टीट्यूट चुनना होगा ताकि आपको इंस्टीट्यूट से ही जॉब मिल सके। ऐसे कई इंस्टीट्यूट हैं जो कोर्स पूरा करने के बाद प्लेसमेंट देते हैं।

डिजिटल मार्केटिंग कोर्स करने के लिए क्या योग्यता होनी चाहिए?

डिजिटल मार्केटिंग कोर्स करने के लिए आपको कम से कम 12वीं पास होना चाहिए। हालांकि, अगर आप किसी मल्टी-नेशनल कंपनी में जॉब के लिए जाते हैं, तो आपके पास डिजिटल मार्केटिंग सर्टिफिकेट और ग्रेजुएशन या पोस्ट ग्रेजुएशन होना अनिवार्य है।

डिजिटल मार्केटिंग कोर्स कितने दिनों का होता है?

DMC “डिटेल मार्क्स सर्टिफिकेट” सर्टिफाइड कोर्स की अवधि तीन महीने की होती है। इसके अलावा, डिजिटल मार्केटिंग कोर्स 3 महीने, 6 महीने और अलग-अलग अवधि के होते हैं। यह आपके संस्थान पर निर्भर करता है कि वे आपको कितने दिनों का कोर्स ऑफर करते हैं।

डिजिटल मार्केटिंग जॉब्स में कितने पद होते हैं?

  • Digital Marketing Specialist
  • SEO Specialist
  • SEO Manager
  • Front End Web Developer
  • Back End Web Developer
  • Marketing Analyst
  • Social Media Specialist
  • Social Media Manager
  • Social Media Influencer
  • Creative Director
  • Graphic Designer
  • ECommerce Director
  • Product Marketing Specialist
  • Product Marketing Manager
  • Content Marketing Specialist
  • Content Marketing Manager

डिजिटल मार्केटिंग वीडियो हिंदी में

डिजिटल मार्केटिंग से पैसे कैसे कमाए?

अब तक आपने ऊपर दिए गए लेख में डिजिटल मार्केटिंग से जुड़ी सभी महत्वपूर्ण जानकारियों के बारे में जान लिया है। डिजिटल मार्केटिंग के बारे में जानने के बाद आपके मन में एक और सवाल आ रहा होगा कि डिजिटल मार्केटिंग से पैसे कैसे कमाए? अब हम इसके बारे में जानेंगे,

डिजिटल मार्केटिंग सीखने या कोर्स करने के बाद घर बैठे पैसे कैसे कमाए? जब आपको डिजिटल मार्केटिंग से जुड़ी सभी चीजों के बारे में पता चल जाता है तो आपके पास ऑनलाइन पैसे कमाने के कई विकल्प होते हैं, जिनकी मदद से आप आसानी से पैसे कमा सकते हैं। तो चलिए जानते हैं, हिंदी में डिजिटल मार्केटिंग से पैसे कैसे कमाए –

1. Content Writing से पैसे कमाए

कंटेंट राइटिंग डिजिटल मार्केटिंग का एक बहुत अच्छा तरीका है। जिसके तहत आपको न्यूज़ वेबसाइट, ब्लॉग और कई तरह के कंटेंट लिखने होते हैं। जिसके जरिए आप अच्छे पैसे कमा सकते हैं। इस तरीके को कंटेंट मार्केटिंग कहते हैं।

एक अच्छा कंटेंट राइटर बनने के लिए आपको कीवर्ड रिसर्च आना बहुत जरूरी है। जब आप कंटेंट में सही तरीके से कीवर्ड जोड़ना सीख जाते हैं तो आप एक अच्छे कंटेंट राइटर बन सकते हैं। कंटेंट राइटिंग जॉब्स खोजने के लिए आप फेसबुक पर कंटेंट राइटर ग्रुप जॉइन कर सकते हैं।

2. Affiliate Marketing से पैसे कमाए

Affiliate Marketing

एफिलिएट मार्केटिंग भी डिजिटल मार्केटिंग के अंतर्गत आती है। घर बैठे ऑनलाइन पैसे कमाने का यह एक बहुत अच्छा तरीका है। हालाँकि, एफिलिएट मार्केटिंग से पैसे कमाने से पहले आपको इसके बारे में पता होना चाहिए। इसके लिए इस लेख को पूरा पढ़ें, एफिलिएट मार्केटिंग क्या है।

जिसमें आपको एफिलिएट मार्केटिंग से पैसे कैसे कमाए जाते हैं और यह कैसे काम करता है, इसके बारे में सभी महत्वपूर्ण जानकारी मिलेगी। एफिलिएट मार्केटिंग से पैसे कमाने के लिए आपको एक ऐसा प्रोडक्ट चुनना होगा, जिसके लिए आपको अच्छा कमीशन मिले। जब भी कोई आपका वह प्रोडक्ट खरीदता है, तो आपको उससे अपना कमीशन मिलता है।

3. Social Media Marketing से पैसे कमाए

सोशल मीडिया मार्केटिंग आज के समय में सबसे ज्यादा इस्तेमाल की जाने वाली मार्केटिंग रणनीति है। ऐसे में अगर आप सोशल मीडिया मार्केटिंग सीख लेते हैं, तो आप यहाँ से भी अच्छे पैसे कमा सकते हैं। इसके तहत कई ऐसी कंपनियाँ हैं जो अपने सोशल मीडिया अकाउंट को हमेशा एक्टिव रखती हैं, इसके लिए उन्हें ऐसे लोगों की ज़रूरत होती है जो रोज़ाना सोशल मीडिया पर पोस्ट कर सकें। अगर आपको सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को हैंडल करना आता है, तो आप Indeed वेबसाइट पर जाकर सोशल मीडिया जॉब ढूँढ सकते हैं और घर बैठे पैसे कमा सकते हैं। सोशल मीडिया मार्केटिंग कैसे करें, यह जानने के लिए इस लेख को पूरा पढ़ें: सोशल मीडिया मार्केटिंग क्या है

4. SEO से पैसे कमाएँ

सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन (SEO) को डिजिटल मार्केटिंग का सबसे महत्वपूर्ण तरीका माना जाता है, क्योंकि यह एक ऐसा तरीका है जिससे आप बिना पैसे लगाए अपनी वेबसाइट से पैसे कमा सकते हैं। इसके लिए आपको सबसे पहले SEO के बारे में सीखना होगा। इसके बाद आप अपना खुद का ब्लॉग बनाकर उसे Google AdSense से मोनेटाइज कर सकते हैं और उससे पैसे कमा सकते हैं। SEO क्या और कैसे काम करता है, इससे जुड़ी सभी महत्वपूर्ण जानकारी के लिए इस लेख को पूरा पढ़ें: SEO क्या है

5. Email Marketing से पैसे कमाए

ईमेल मार्केटिंग का इस्तेमाल बहुत होता है। हालाँकि, ईमेल मार्केटिंग का कन्वर्जन रेट ज़्यादा नहीं है। लेकिन फिर भी ज़्यादातर बिज़नेस इसका इस्तेमाल कर रहे हैं। ऐसे में आप ईमेल मार्केटिंग सीखकर पैसे कमा सकते हैं। या फिर अगर आपके पास अपना कोई प्रोडक्ट है, तो आप उसे ईमेल मार्केटिंग के ज़रिए प्रमोट कर सकते हैं। साथ ही, कुछ लोग ईमेल मार्केटिंग के ज़रिए अपने एफ़िलिएट प्रोडक्ट को प्रमोट करके अच्छा पैसा कमा रहे हैं।

6. Ebook बेचकर पैसे कमाए

अगर आप किसी फील्ड में बहुत एक्सपर्ट हैं तो उससे जुड़े पूरे कोर्स को ईबुक में डालकर पैसे कमा सकते हैं। साथ ही आप अपनी ईबुक को Amazon और Flipkart जैसी कई वेबसाइट पर डालकर बेच सकते हैं और अच्छे पैसे कमा सकते हैं। हालांकि, आज के समय में लोग Google Ads की मदद से अपनी ईबुक को प्रमोट करके भी पैसे कमा रहे हैं। आपको इस बारे में पूरी जानकारी लेने के बाद ही यह काम करना चाहिए।

7. Online Photo बेचकर पैसे कमाए

फोटो बेचकर भी आप अच्छे खासे पैसे कमा सकते हैं। डिजिटल मार्केटिंग के तहत ब्लॉगिंग की बात करें तो ब्लॉगर अपने ब्लॉग पर फोटो डालते हैं, जिसे वे कई ऑनलाइन स्टॉक वेबसाइट से खरीदते हैं। जिसमें सबसे पॉपुलर वेबसाइट शटरस्टॉक है। आप अच्छे फोन से फोटो क्लिक करके शटरस्टॉक पर बेच सकते हैं। शटरस्टॉक पर फोटो बेचकर पैसे कैसे कमाए जाते हैं, इसकी पूरी जानकारी के लिए आप यह आर्टिकल पूरा पढ़ सकते हैं: शटरस्टॉक पर फोटो बेचकर पैसे कैसे कमाए जाते हैं

8. YouTube से पैसे कमाएं

YouTube भी डिजिटल मार्केटिंग का ही एक हिस्सा है। YouTube की मदद से आज कई लोग लाखों रुपए महीना कमा रहे हैं। अगर आप भी YouTube से पैसे कमाना चाहते हैं तो सबसे पहले आपको एक YouTube चैनल बनाना होगा। इसके बाद आप उसमें अपना खुद का वीडियो अपलोड कर सकते हैं और उसे Google AdSense से मॉनेटाइज कर सकते हैं, जिसके बाद आपके YouTube चैनल से पैसे आने शुरू हो जाते हैं।

हालाँकि, YouTube चैनल को Google AdSense से मॉनेटाइज करने के लिए आपके YouTube चैनल पर 4 हज़ार घंटे का Watch Time और 1 हज़ार Subscribers होना ज़रूरी है, इसके बाद ही आप अपने YouTube चैनल से पैसे कमा पाएँगे। YouTube से पैसे कैसे कमाएँ, इसके बारे में स्टेप बाय स्टेप जानने के लिए इस लेख को पूरा पढ़ें: YouTube से पैसे कैसे कमाएँ

डिजिटल मार्केटिंग FAQ

क्या डिजिटल मार्केटिंग में अच्छा करियर है?

इसमें कोई शक नहीं है कि डिजिटल मार्केटिंग में अच्छा करियर है। क्योंकि चीज़ें लगातार बदल रही हैं। हर कोई अपने बिज़नेस को डिजिटल बना रहा है। ऐसे में अगर आपको डिजिटल मार्केटिंग का अच्छा अनुभव हो जाए तो आप अच्छा खासा पैसा कमा सकते हैं। इस समय डिजिटल मार्केटिंग के क्षेत्र में कई जॉब हैं।

क्या डिजिटल मार्केटिंग मुश्किल है?

डिजिटल मार्केटिंग करना मुश्किल नहीं है, लेकिन शुरुआत में हर जॉब में कुछ न कुछ दिक्कतें आती ही हैं। जब आप धीरे-धीरे सीखते हैं, तो आप एक अच्छे डिजिटल मार्केटर बन सकते हैं। आपको बस हमेशा अपडेट रहने की जरूरत है।

क्या मैं डिजिटल मार्केटिंग सीखने के बाद बिना जॉब के पैसे कमा सकता हूँ?

हां, अगर आपने डिजिटल मार्केटिंग के बारे में पूरी जानकारी हासिल कर ली है, तो आप बिना जॉब के भी ऑनलाइन पैसे कमा सकते हैं। इसके लिए आपके पास कई मौके हैं। डिजिटल मार्केटिंग के बाद आप अपनी खुद की वेबसाइट बनाकर या फ्रीलांसिंग करके पैसे कमा सकते हैं।

क्या डिजिटल मार्केटिंग एक मजेदार जॉब है?

इसमें कोई शक नहीं है कि डिजिटल मार्केटिंग एक मजेदार जॉब है। यह उन लोगों के लिए मजेदार जॉब है, जिन्हें चुनौतियां लेना पसंद है। जब आप अपना काम करते हैं, तो उसमें कुछ समस्याएं जरूर आती हैं। अगर आप उन सभी समस्याओं को हल कर लेते हैं, तो आपको बहुत अच्छा लगता है, जो एक मजेदार अनुभव होता है।

क्या डिजिटल मार्केटिंग के लिए अंग्रेजी जरूरी है?

अगर आप डिजिटल मार्केटिंग में करियर बनाना चाहते हैं, तो आपको अंग्रेजी का ज्ञान होना बहुत जरूरी है। क्योंकि जब आप अपनी डिजिटल मार्केटिंग जॉब के लिए इंटरव्यू देने जाते हैं, तो आपसे सभी सवाल अंग्रेजी में पूछे जाते हैं। इसलिए आपको सही अंग्रेजी सीखने की जरूरत है।

निष्कर्ष

यह लेख डिजिटल मार्केटिंग क्या है? पर आधारित था। मुझे उम्मीद है कि आपको यह लेख पसंद आया होगा। हमने आपको इससे संबंधित पूरी जानकारी देने की पूरी कोशिश की है, हालाँकि डिजिटल मार्केटिंग कोर्स क्या है? इस बारे में पूरी जानकारी इस लेख में नहीं दी गई है। लेकिन आप इसे किसी अन्य लेख में पढ़ सकते हैं। आप इस लेख से संबंधित सुझाव कमेंट करके दे सकते हैं। पूरी जानकारी पढ़ने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद।

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